इन स्टेशनों पर जल्द दौड़ेगी Metro सफर होगा आसान

मेट्रो का सफर किसको नहीं पसंद और जरूरत को देखकर जल्दी ही दौड़ेंगी मेट्रो ट्रैन कैंट से कालिंदी विहार तक प्रस्तावित मेट्रो के दूसरे कॉरिडोर का पहला चरण 15 किमी लंबे मार्ग पर केंद्रित होगा.

इस चरण में कुल 14 स्टेशन बनेंगे, जिनमें पहले पांच स्टेशन – कैंट, सदर बाजार, प्रतापपुरा, कलेक्ट्रेट और आगरा कॉलेज शामिल हैं. इन स्टेशनों का निर्माण 24 महीनों में पूरा किया जाएगा. बाकी नौ स्टेशनों के लिए छह महीने की समय सीमा तय की गई है. इसके भीतर भीतर सारा काम ख़त्म हो जाये गा और आप लोगो का सफर आसान हो जायेगा |

आगरा कॉलेज मेट्रो स्टेशन अपनी इंटरचेंज सुविधा के कारण विशेष महत्व रखता है. यह स्टेशन पहले कॉरिडोर (ताज पूर्वी गेट से आईएसबीटी) और दूसरे कॉरिडोर (कैंट से कालिंदी विहार) को जोड़ेगा. इंटरचेंज सुविधा के माध्यम से यात्री दोनों कॉरिडोर के बीच आसानी से सफर कर सकेंगे. आगरा कॉलेज खेल मैदान में भूमिगत स्टेशन का निर्माण अंतिम चरण में है. यात्री इस भूमिगत स्टेशन से एलिवेटेड ट्रैक पर आसानी से पहुंच सकेंगे. और ये कॉरिडोर आपका सफर आसान बनाएगा |

एलएंडटी को मिला 1267 करोड़ रुपये का ठेका

उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसीएल) ने लार्सन एंड टर्बो (एलएंडटी) को दूसरे कॉरिडोर के निर्माण के लिए 1267 करोड़ रुपये का ठेका दिया है. पांचों स्टेशन एलिवेटेड होंगे, और इन पर निर्माण कार्य तेज गति से जारी है. और ये अनुमान लगाया जा रहा है की एलएंडटी ये कॉनट्रैक जल्द से जल्द ख़त्म कर देगा

अक्तूबर 2026 तक पूरा होगा पहला चरण

3 अक्तूबर, 2024 को दूसरे कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद राय ने बताया कि दूसरे कॉरिडोर के पहले चरण के पांच स्टेशन अक्तूबर 2026 तक बनकर तैयार हो जाएंगे. इसके बाद मेट्रो दोनों कॉरिडोर पर दौड़ने लगेगी. और आप सब लोगो का सफर आसान करेगी |

कैंट और सदर बाजार में मिट्टी परीक्षण जारी

कैंट और सदर बाजार स्टेशनों पर एलिवेटेड ट्रैक और स्टेशन के निर्माण के लिए मिट्टी की जांच जारी है.छह मशीनों से मिट्टी के नमूने लिए जा रहे हैं.एक पिलर पहले ही खड़ा हो चुका है. आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद शहर में यातायात का दबाव कम होगा और पर्यटकों व नागरिकों के लिए यात्रा सुविधाजनक हो जाएगी. और आप सब लोगो का सफर आसान करेगी |

जानिए मेट्रो के बारेमे |

यातायात को सुगम और आप सब लोगो का सफर आसान बनाने के लिए मेट्रो रेल एक बेहतरीन खोज है। मेट्रो रेल यह भारत की राजधानी दिल्ली के परिवहन का एक बेहतरीन नमूना है। मेट्रो रेल को दिल्ली मेट्रो रेल निगम लिमिटेड के द्वारा संचालित किया जाता है जिसमें समय, श्रम और धन का एक बड़ा रूप खर्च होता है।

भारत में मेट्रो रेल की शुरुआत 24 दिसंबर 2002 को दिल्ली के शाहदरा तीस हजारी रूट से हुई। मेट्रो की अधिकतम स्पीड विभिन्न रूटों के अनुसार 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक रखी गई है क्योंकि इसे इंटरसिटी परिवहन के लिए उपयोग में लिया जाता है। मेट्रो रेल को रुकने के लिए स्पेशल मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया गया है जहां मेट्रो अधिकतम 20 सेकंड के लिए रूकती हैं। और कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम आगया तो थोड़े टाइम रुखा सकती है |

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